केएम शर्मा ने कहा ‘शास्त्रीय संगीत’ कभी खत्म नही हो सकता है ‘दिन पर दिन युवाओं का आकर्षण बॉलीवुड की तरफ अधिक हो रहा है, लेकिन बॉलीवुड में भी अपनी चमक बिखेरने के लिए शास्त्रीय संगीत को हम नहीं भूल सकते हैं। क्योंकि शास्त्रीय संगीत के बिना बॉलीवुड भी अधूरा है। भले ही युवाओं का आकर्षक उधर ज्यादा हो लेकिन शास्त्रीय संगीत का स्तर ना कभी घटा था और ना घटेगा।’ ट्रेनिंग के समय मिश्रित राग से संबंधित गीतों को हम लोग सिखाते हैं। इसी के माध्यम से हम लोग क्लासिकल गीत का संदेश देते हैं। मीड पद्धति से सीखाते हैं जो की शास्त्री संगीत की धरोहर है। शास्त्रीय संगीत अपनी जगह पर है। इसके बिना संगीत की प्रगति नहीं हो सकती है। लेकिन बॉलीवुड एक लाइट म्यूजिक है इसलिए वेस्टर्न संगीत की तरफ पीढ़ी ज्यादा जा रही है। उन्होंने संगीत का दाव पेच १८ साल की उम्र से संगीत सीखना शुरू कर दिया था, लेकिन 2014 में मैंने प्रयागराज संगीत बोर्ड से गिटार में विशारद हासिल की थी। साथ ही साथ में डिफेंस स्मॉल आर्म्स फैक्ट्री में टेक्निकल के पद पर कार्यरत भी था। जून 2023 में ऑफिसर के पद से मेरा रिटायरमेंट हुआ है। एक समय था जब कानपुर में हेलियंस आर्केस्ट्रा चलता था, उस समय मैं उसमें गिटार बजाया करता था। उसी के माध्यम से ही मुझे मुंबई जाने का मौका मिला और आज भारत के अलावा अन्य देशों में भी गिटार बजाने जाता हूं।