कानपुर /उत्तर प्रदेश :कानपुर का ऐतिहासिक गंगा पुल, जो 150 वर्षों से शहर की पहचान और यातायात का मुख्य साधन रहा है, आज ध्वस्त हो गया। इस घटना ने शहरवासियों को न केवल व्यथित किया, बल्कि प्रशासन की योजनाओं और प्राथमिकताओं पर भी सवाल खड़े कर दिए यह पुल ब्रिटिश काल में निर्मित हुआ था और अपने समय का एक इंजीनियरिंग चमत्कार माना जाता था। यह न केवल कानपुर और आसपास के इलाकों को जोड़ता था, बल्कि शहर के सांस्कृतिक और ऐतिहासिक महत्व का प्रतीक भी था। वर्षों से मरम्मत और रखरखाव की कमी ने इसे कमजोर कर दिया, जिससे आज इसका ढहना अनिवार्य हो गया। कुछ वर्षों पहले, कानपुर के पूर्व नगर आयुक्त ने इस पुल को एक पर्यटक स्थल और पिकनिक स्पॉट के रूप में विकसित करने का सपना दिखाया था। उनका दावा था कि पुल का ऐतिहासिक महत्व इसे एक आकर्षक पर्यटन स्थल बना सकता है। हालांकि, पुल की जर्जर स्थिति को देखते हुए यह योजना कभी भी व्यवहारिक नहीं हो सकी।