29 अक्टूबर को मनाया जा रहा धनतेरस, धनतेरस पर धनिया लाना शुभ, धनतेरस पर नमक खरीदने का विशेष महत्व ,धनतेरस पर झाड़ू लाना भी शुभ,मिटटी की मूर्ति की पूजा करना भी शुभ
धनतेरस त्योहार पर सोने, चांदी, बर्तन व अन्य उत्पादों के साथ ही गणेश-लक्ष्मी की मूर्ति की खरीदारी करना भी शुभ माना जाता है। मान्यता है कि गणेश-लक्ष्मी की मूर्ति खरीदने से घर में सुख-समृद्धि का वास होता है। इसलिए धनतरेस पर अधिकांश लोग भगवान गणेश व माता लक्ष्मी की प्रतिमा खरीदारी करते हैं।ज्योतिषाचार्य पं. गौरव तिवारी ने बताया कि मूर्ति खरीदने से पूर्व कुछ बातों का विशेष ध्यान रख कर ही मूर्ति खरीदें, जिससे घर में धन, संपदा, वैभव का वास हो।
दरसल आपको बताते चले कि माता लक्ष्मी-गणेश की मूर्ति एक साथ जुड़ी न हो, दोनों की अलग मूर्ति ही खरीदें। भगवान गणेश मां लक्ष्मी के बाईं तरफ हों, क्योंकि मां लक्ष्मी विष्णु जी की अर्धांगिनी है और भगवान गणेश माता लक्ष्मी के दत्तक पुत्र हैं।
लक्ष्मी गणेश की मिट्टी से बनी मूर्ति ही खरीदें, मिट्टी के अलावा आप सोने चांदी की मूर्ति भी खरीद सकते हैं।
भगवान गणेश की मूर्ति खरीदने से पहले ये देखे कि उनकी सूंड बाईं तरफ हो और बैठी हुई मुद्रा की मूर्ति ही खरीदें, ध्यान रखें की उनके एक हाथ में मोदक हो और उनका वाहन मूषक जरूर मौजूद हो।
मां लक्ष्मी की मूर्ति खरीदते समय देख लें कि माता कमल के फूल पर ही बैठी ही हुईं हो। मूर्ति खरीदने से पहले यह भी ध्यान रखें कि माता की सवारी उल्लू न हो और खड़ी हुई मुद्रा वाली मूर्ति नहीं खरीदनी चाहिए।
मां लक्ष्मी और गणेश जी प्रसन्नता की मुद्रा में नजर आएं। मान्यता है कि ऐसी मूर्ति का पूजन करने से घर में सुख-समृद्धि और खुशहाली आती है।
मां लक्ष्मी और गणेश जी की मूर्ति खरीदते समय उनके रंग का खास ख्याल रखें। मां लक्ष्मी की मूर्ति लाल या गुलाबी रंग की ही हो और भगवान गणेश की पीले रंग की मूर्ति ही खरीदनी चाहिए।
मां लक्ष्मी और भगवान गणेश की मूर्ति खरीदने समय कभी भी काले रंग की मूर्ति न खरीदें, काले रंग की मूर्ति खरीदना अशुभ माना जाता हैं।लक्ष्मी गणेश की मूर्ति खरीदने और उनकी पूजा करने के बाद कभी भी विसर्जित न करें