माधौगढ़(जालौन) जुग्गी झोपड़ी में डले लगभग 20 परिवार नरकमय जीवन व्यतीत करने को मजबूर है, जिनका आरोप है कि हम महज वोट देने के लिए ही नगर के निवासी है इसके अलावा और कुछ नही। सरकारी जमीन पर अपना जीवन काट रहे 20 परिवारों को दो वक्त निवाले के लिए मोहताज रहना पढ़ रहा है, जिनका आरोप है कि जब भी नगर पंचायत में वोट डालने की वारी आती है तो हम पर मेहरवानियां व झूठे दावे किये जाते है, इसके वाद पांच साल कोई भी जिम्मेदार झांकने तक नही आता जबकि हम नगर पंचायत में लगभग 40 वर्षो से निवासी है, हमने अपना पहला वोट रामस्वरूप दुवे , पालीवाल एवं अन्य नगर पंचायत में बने चेयरमैनों को दिया है,लेकिन अबतक किसी भी जिम्मेदार नगर अध्यक्ष ने हमारी मदद नही की। वर्तमान में हम पन्नी की झोपड़ी बनाकर जीवन काटने को मजबूर है तो वहीं हमें नगर पंचायत से कोई भी जन सुविधा भी अभी तक मुहैया नही कराई गई ।नगर पंचायत में पूर्व में रहे नगर पंचायत अध्यक्ष राजकिशोर गुप्ता के समय में सामुदायिक शौचालय का निर्माण करवाया गया। जिसका लाभ कुछ समय ही मिल पाया, पानी के लिए डाली गयी समर सेविल निकाल ली गयी। टंकियों का अता पता नही जबकि सफाई का आलम यह है कि कोई झाँकने तक नही आता। नरकमय जीवन काट रहे लोगों ने आरोप लगाते हुए यह भी कहा कि हम महज वोट के लिए नगर के नागरिक है इसके अलावा हम कुछ नही।
शशांक मिश्रा सभासद प्रतिनिधि ने बताया कि कई बार नगर अध्यक्ष राघवेंद्र व्यास से समस्याओं को लेकर बताया गया लेकिन उन्होंने कोई ध्यान नही दिया।
ध्रुब सेंगर सभासद ने कहा कि नगर के जिम्मेदार को इनकी समस्याओं को लेकर कई बार कहा गया लेकिन उन्होंने एक बार भी ध्यान नही दिया। अभी हाल ही में एक व्यक्ति की केंसर के कारण मृत्यु हो गयी। जिसके परिवार के पास दो वक्त भोजन की व्यवस्था नही है।