महोबा/उत्तर प्रदेश :महोबा में प्रदर्शन से पहले जय जवान जय किसान संगठन के आधा दर्जन नेताओं को उनके ही घर में नजरबंद कर हाउस अरेस्ट कर लिया गया। किसान नेताओं को मूंगफली केंद्रों में बरती जा रही अनियमितताओं के खिलाफ प्रदर्शन कर तहसीलदार का पुतला जलाना था जिसको लेकर पुलिस ने प्रदर्शन से पहले ही किसान नेताओं के घरों में पहुंचकर उन्हें नजर बंद किया है, जिससे उनके प्रदर्शन का कार्यक्रम असफल हो गया दरअसल आपको बता दें कि सदर तहसील अंतर्गत आने वाले मूंगफली खरीद केंद्रों में अनियमितताएं बरते जाने की शिकायतें किसान संगठन द्वारा अधिकारियों से की गई थी। खासकर जय जवान जय किसान संगठन के जिला अध्यक्ष गुलाब सिंह आदि द्वारा आरोप लगाया गया था कि पचपहरा, चिचारा आदि खरीद केंद्रों में अनियमितताएं बरती जा रही हैं। किसानों के साथ खरीद केंद्रों में खुलेआम पक्षपात किया जा रहा है तो वहीं खुद तहसीलदार भी किसानों के साथ भेदभाव कर रहे हैं और उनके टोकन नंबर को बदलने का भी काम किया गया। ऐसे में कई अन्य आरोप भी जय जवान जय किसान संगठन ने लगाए थे। जिसको लेकर आज गुरुवार को जय जवान जय किसान संगठन के बैनर तले किसानों को तहसीलदार का पुतला जलाकर विरोध प्रदर्शन करना था। जिसकी सूचना मिलने पर पुलिस हरकत में आई और तुरंत किसान नेताओं के घर में जाकर सभी को नजरबंद कर हाउस अरेस्ट कर लिया गया। बताया जाता है कि जय जवान जय किसान संगठन के जिला अध्यक्ष गुलाब सिंह, चंद्रभूषण एडवोकेट, निर्बल सिंह, रामस्वरूप, मनोहर सिंह और राजाराम कुशवाहा को पुलिस ने नजरबंद किया है। जिन्हें पूरे दिन के लिए नजरबंद कर लिया गया ताकि किसान प्रदर्शन न कर सके। इस मामले को लेकर किसान नेताओं ने बताया कि उनके द्वारा किसान हित की मांग उठाई जा रही हैं और अधिकारियों द्वारा किसानों के साथ किया जा रहे भेदभाव से आक्रोश पनप रहा है। केंद्रों में तहसीलदार द्वारा किसानों के टोकन बदले जाने सहित खरीद में बरती जा रही लापरवाही को लेकर ही प्रदर्शन होना था मगर किसान नेताओं के घरों में कैद कर दिया गया है।