महोबा/उत्तर प्रदेश:महोबा जिले में स्वास्थ्य विभाग डेंगू को लेकर बचाव और इलाज के लाखे दावे कर रहा हो लेकिन इनके दावों की पोल जिला अस्पताल में बना डेंगू वार्ड खुद ही खोल रहा है। बढ़ते डेंगू के मामलों के बीच डेंगू वार्ड खुद संक्रमण का केंद्र बना दिखाई दें रहा है। पूरे वार्ड में जगह जगह गंदगी और पानी भराव का नजारा स्वास्थ्य महकमें की जमीनी हकीकत बताने के लिए काफी है।चलिए आपको लेकर चलते है जिला अस्पताल के उस डेंगू वार्ड में जहां मरीजों को बेहतर इलाज दिए जाने के दावे होते है। वार्ड से आई हैरान कर देने वाली तस्वीर ने जिला अस्पताल प्रशासन की कथनी और करनी अंतर दिखाया है। यहां चारों तरफ पानी जमा हुआ है और जगह-जगह गंदगी फैली हुई है। वॉर्ड में मच्छरों की भरमार है, जो पहले से ही डेंगू से पीड़ित मरीजों के लिए और भी खतरनाक साबित हो सकते हैं। वार्ड में भर्ती मरीज के परिजन डेंगू के संक्रमण से बचने के लिए ख़ुद गन्दा वॉशवेशन साफ करने में जुटे हुए है। भले ही यह वार्ड डेंगू संक्रमित रोगियों के लिए और दावे के अनुसार यहां डेंगू का इलाज किया जा रहा हो मगर यहां की हालत देखकर तीमारदार मजबूरन खौफ में रुके हुए है। उन्हें डेंगू वार्ड में ही चारों तरफ़ घूम रहे मच्छरों से ख़ुद संक्रमित होने का भय सता रहा है । यहां इलाज कराना मतलब जान को जोखिम में डालने जैसा है। मरीज और उनके परिजन अस्पताल प्रशासन से इस स्थिति में सुधार की मांग कर रहे हैं लेकिन अब तक कोई अस्पताल प्रशासन की ओर से ठोस कदम नहीं उठाये गए। स्नेहा गुप्ता बताती है कि वह अपनी पुत्री रजनी के डेंगू संक्रमित होने के चलते पिछले 6 दिनों से डेंगू वार्ड में रहकर उसकी देखरेख कर रही है लेकिन यहां की गंदगी देखकर कई बार साफ सफाई के लिए कहा गया लेकिन अस्पताल प्रशासन और सफाई कर्मी ध्यान नहीं दे रहे। मजबूरन वो खुद ही वार्ड में जमा गंदे पानी को निकालकर वॉशवेसन को साफ करने में जुटी हुई है।जिला अस्पताल के डेंगू वार्ड का हाल जब हमने देखा तो आंखे फटी की फटी रह गई। जिस अस्पताल में आए दिन स्वास्थ्य विभाग के उच्च अधिकारियों के दौरे लग रहे हो और वहां गंदगी का अंबार होना स्वास्थ्य विभाग के व्यवस्थाओं की पोल खोल रही है। जब इस विषय में हमने सीएमएस डॉक्टर पवन अग्रवाल से बात की तो उन्होंने बताया कि जिले में अब तक 35 मरीज डेंगू संक्रमित पाए गए है जो ठीक हो चुके हैं। हमने सफाई व्यवस्था को दुरुस्त करने के निर्देश दिए हैं और जल्द ही इस समस्या का समाधान किया जाएगा। ठेके पर लगे सफाईकर्मियों द्वारा की गई लापरवाही पर जांच कर कार्यवाही करेंगे उन्होंने मरीजों का इलाज और सुरक्षा को पहली प्राथमिकता बताया है।बहरहाल भले ही जिला अस्पताल के सीएमएस मरीजों का इलाज और सुरक्षा को अपनी पहली प्राथमिकता बता रहे हो लेकिन जिला अस्पताल के डेंगू वार्ड की हकीकत इतना बताने के लिए काफी है की जिम्मेदार डेंगू संक्रमण की जानलेवा बीमारी में बरत रही लापरवाही से यहां भर्ती मरीजों और तीमारदारों की स्वास्थ्य से खिलवाड़ किया जा रहा है।