महोबा में देर रात 10 फीट के चबूतरे के विवाद में खूनी संघर्ष हो गया। दबंगों ने एक युवक पर अवैध तमंचे से फायर कर दिया। जिसके छर्रे लगने से वह घायल हुआ है और फिर दबंगों ने धारदार हथियार से ताबड़तोड़ प्रहार कर उसे लहूलुहान कर डाला। बचाव में दौड़े परिजनों को जान से मारने की धमकी देते हुए सभी आरोपी मौके से फरार हो गए। वहीं अस्पताल में भीड़ के चलते डॉक्टर द्वारा चिकित्सीय परीक्षण न किए जाने से भड़के परिजनों ने जमकर हंगामा भी किया। इसके बाद सीएमएस ने मौके पर पहुंच कर माहौल को शांत कराया, वहीं पुलिस ने भी उचित कार्यवाही का आश्वासन दिया तब कहीं जाकर घायल का चिकित्सीय परीक्षण हो सका। दरअसल यह मामला जनपद के श्रीनगर कोतवाली कस्बा के मोहल्ला भैरवगंज का है। जहां रहने वाले 45 वर्षीय हीरा सिंह यादव पर दबंगों ने तमंचे से फायर कर जान लेवा हमला कर दिया और फिर उसे पर ताबड़तोड़ प्रहार कर जख्मी कर डाला। बताया जाता है कि हीरा सिंह के पैतृक मकान के दरवाजे पर बने 10 फीट के चबूतरे को लेकर पड़ोसी देवीदीन कुशवाहा से विवाद चल रहा है। आरोप है कि देवीदीन कुशवाहा ने चबूतरा हटाए जाने को लेकर एक सप्ताह पूर्व भी विवाद किया था। तब दोनों ही पक्षों ने थाने में पहुंचकर आलसी सुलह समझौता कर लिया था, लेकिन आरोप है कि उक्त चबूतरे को लेकर देवीदीन कुशवाहा हीरा सिंह और उसके अन्य भाइयों से दुश्मनी मानने लगा। जिसको लेकर आज देवीदीन कुशवाहा अपने तीन अन्य साथी भूपेंद्र साहू, रामसेवक और जितेंद्र साहू के साथ हीरा सिंह पर हमलावर कर दिया। आरोप है कि हीरा सिंह के दरवाजे पर पहुंचकर दबंगों ने तमंचे से फायर कर दिया जिसमें हीरा सिंह बाल-बाल बचा लेकिन गोली के छर्रे से लगने से वह घायल हो गया तो वहीं उस पर धारदार हथियार कुल्हाड़ी से प्रहार कर उसे लहूलुहान कर डाला। हीरा सिंह की चीख पुकार सुन परिजन बचाव के लिए दौड़ पड़े तो सभी जान से मारने की धमकी देते हुए मौके से फरार हो गए। गोली कांड की सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंची और तत्काल घायल को चिकित्सीय परिक्षण के लिए जिला अस्पताल लेकर पहुंचे जहां ग्रामीणों की भीड़ इकट्ठा हो गई इस भीड़ के चलते ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर साजी राहिल ने चिकित्सीय परीक्षण करने से इनकार कर दिया। जिस पर भीड़ आक्रोशित हो गई और देखते ही देखते अस्पताल में हंगामा होने लगा। जिस कारण इमरजेंसी वार्ड में ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर साजी राहिल अपनी ड्यूटी से ही चले गए। हंगामा होने की सूचना पर सीएमएस डॉक्टर पवन अग्रवाल मौके पर पहुंचे और परिजनों को उचित इलाज का आश्वासन देकर शांत कराया। इसके बाद घायल युवक का चिकित्सीय परीक्षण इमरजेंसी वार्ड में किया गया। घायल की बहन आरती यादव ने बताया कि 10 फीट की चबूतरे के विवाद में खूनी संघर्ष हुआ है। उसके भाई पर तमंचे से फायरिंग की गई और फिर जानलेवा हमला करते हुए धारदार हथियार कुल्हाड़ी से प्रहार किए गए हैं।वहीं इलाज कर रहे डॉक्टर साजी राहिल ने बताया कि युवक के शरीर पर गोली के छर्रे के निशान है। साथ ही धारदार हथियार के प्रहार से शरीर में जगह-जगह जख्म बने हुए हैं। जिसका चिकित्सीय परीक्षण किया गया है। इस मामले को लेकर सीओ चरखारी रविकांत गौड ने बताया कि चबूतरे के विवाद में दो पक्षों में मारपीट की सूचना प्राप्त हुई थी। जहां तमंचे से फायरिंग करने की बात भी समाने आई है। जिसमें एक घायल को चिकित्सीय परिक्षण के लिए जिला अस्पताल पहुंचाया गया। घायल पक्ष से तहरीर प्राप्त कर सुसंगत धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया और पुलिस की चार टीमों ने फरार सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।