ताजमहल के मुख्य मकबरे में शाहजहां और मुमताज की कब्रों के पास छत से पानी टपका था। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) ने लिडार तकनीक से इसकी जांच कराई। ASI की जांच रिपोर्ट में सामने आया कि कलश (पिनेकल) में लगी सरिया में जंग लगने से चूने का मसाला फूल गया था। इससे पानी टपकने लगा था। ASI अब मुख्य मकबरे की छत और गुंबद की मरम्मत कराएगा।
आगरा में 10 से 12 सितंबर तक लगभग 55 घंटे बरसात हुई थी। 12 सितंबर को ताजमहल के मुख्य मकबरे में स्थित शाहजहां और मुमताज की कब्रों के कमरे में पानी टपका था। ASI ने 13 सितंबर को इसकी जांच कराई। प्रारंभिक तौर पर गुंबद के पत्थरों पर टीप कराकर उसे ठीक कराया गया।लिडार तकनीक से 20 सितंबर को दोबारा जांच कराई। डाटा एनालिसिस के बाद जानकारी सामने आई है कि दो जगह से पानी का रिसाव हुआ था। मुख्य मकबरे की छत से रिसा पानी ही अंदर टपका था। छत पर एक गेट के पास सतह ज्यादा चिकनी नहीं है। यहां ब्रिटिश काल में संरक्षण काम हुआ था। यहां से भी पानी रिसा है। ताजमहल के रख-रखाव को लेकर अखिलेश यादव ने सवाल उठाए। BJP पर निशाना साधते हुए अखिलेश यादव ने मुख्य गुंबद पर उगे पौधे, कलश पर जंग लगने की तस्वीर भी पोस्ट कीं। 19 सितंबर को उन्होंने रख-रखाव के लिए जारी होने वाले करोड़ों रुपए का हिसाब भी मांगा। पूछा कि जो फंड आता है, वो कहां जाता है? अखिलेश यादव ने एक्स पर लिखा है- विश्व भर के पर्यटकों को आकर्षित करने वाले अजूबे ताजमहल के रख-रखाव को लेकर भाजपा सरकार पूरी तरह से नाकाम है। सरकार एक जीता-जागता उदाहरण होना चाहिए, कोई स्मारक भर नहीं। इन सब कारणों से दुनियाभर से आने वाले पर्यटकों के बीच देश की छवि वैश्विक स्तर पर धूमिल होती है। पर्यटक ताजमहल को निहारें या समस्याओं से निपटें